REPORT DAY-9 30/12/2018
नौवें दिन का प्रतिवेदन
शीतकालीन प्रशिक्षण शिविर का आठवां दिन भ्रमण हेतु निर्धारित किया गया I आज के जीवन में प्रत्येक व्यक्ति किसी न किसी रूप में तनाव से ग्रस्त है I इसी तनाव को कम करने हेतु हम अनेक उपाय ढूंढते हैं पर उचित मार्गदर्शन के आभाव में खोज नही पाते I इसलिए गुरुग्राम ( मानेसर )स्थित ब्र्हम्कुमारी आश्रम को गंतव्य बनाया गया जो कि एक शांत ,स्वच्छ ,सकारात्मक व उर्जा से पूर्ण स्थान है Iजहाँ प्रवेश मात्र से ही हम सब के अन्दर एक नई शक्ति व जोश का संचार होने लगा Iसबसे पहले हमने उनके ज्ञान कक्ष के दर्शन किए जिसमे अनेक झांकियां थी इसलिए I इन झांकियों में मानव जीवन के दर्शन को व्यक्त किया गया था ,सतयुग से लेकर कलयुग की संक्षिप्त व्याख्या की गई थी I इसमें एक ज्योतिपुंज को ही समस्त सृष्टि का शक्ति केंद्र माना जाता है I जिसे समस्त धर्मों द्वारा सहर्ष स्वीकार किया जाता है I समस्त दर्शन ज्ञानवर्धक एवं प्रेरक था I
तत्पश्चात एक भोज कक्ष में जलपान की व्यवस्था की गई I कडकडाती सर्दी के गर्म पेय ने मानो शरीर के अंदर नई स्फूर्ति का संचार क्र दिया हो I उसके पश्चात सभी प्रतिभागी ध्यान हेतु अनुभूति कक्ष में एकत्रित हो गये I स्वर्प्र्थम सम्पूर्ण भवन का एक भव्य दर्शन ,कंप्यूटर की सहायता से करवाया गया I शानदार प्रस्तुती के बाद दीदी आशा ने तनाव के कारण की चर्चा की तथा कुछ मनोरंजक गतिविधियों द्वारा तनाव कम करने के सरल उपाय बताये I दूसरे सत्र के दौरान दीदी मधु ने तनाव की मनोवेज्ञानिक व्याख्या क्र तनाव को दूर करने के अन्य उपाय बताये तथा प्रतिभागियों के साथ परस्पर वार्ता कर उनके संदेहों का निवारण किया I सत्र के अंत में सभी ने प्रसाद ग्रहण किया और वरदान कक्ष में स्वादिष्ट भोजन ग्रहण किया I उसके उपरान्त सभी ने विद्यालय की ओर प्रस्थान किया I
शीतकालीन प्रशिक्षण शिविर का आठवां दिन भ्रमण हेतु निर्धारित किया गया I आज के जीवन में प्रत्येक व्यक्ति किसी न किसी रूप में तनाव से ग्रस्त है I इसी तनाव को कम करने हेतु हम अनेक उपाय ढूंढते हैं पर उचित मार्गदर्शन के आभाव में खोज नही पाते I इसलिए गुरुग्राम ( मानेसर )स्थित ब्र्हम्कुमारी आश्रम को गंतव्य बनाया गया जो कि एक शांत ,स्वच्छ ,सकारात्मक व उर्जा से पूर्ण स्थान है Iजहाँ प्रवेश मात्र से ही हम सब के अन्दर एक नई शक्ति व जोश का संचार होने लगा Iसबसे पहले हमने उनके ज्ञान कक्ष के दर्शन किए जिसमे अनेक झांकियां थी इसलिए I इन झांकियों में मानव जीवन के दर्शन को व्यक्त किया गया था ,सतयुग से लेकर कलयुग की संक्षिप्त व्याख्या की गई थी I इसमें एक ज्योतिपुंज को ही समस्त सृष्टि का शक्ति केंद्र माना जाता है I जिसे समस्त धर्मों द्वारा सहर्ष स्वीकार किया जाता है I समस्त दर्शन ज्ञानवर्धक एवं प्रेरक था I
तत्पश्चात एक भोज कक्ष में जलपान की व्यवस्था की गई I कडकडाती सर्दी के गर्म पेय ने मानो शरीर के अंदर नई स्फूर्ति का संचार क्र दिया हो I उसके पश्चात सभी प्रतिभागी ध्यान हेतु अनुभूति कक्ष में एकत्रित हो गये I स्वर्प्र्थम सम्पूर्ण भवन का एक भव्य दर्शन ,कंप्यूटर की सहायता से करवाया गया I शानदार प्रस्तुती के बाद दीदी आशा ने तनाव के कारण की चर्चा की तथा कुछ मनोरंजक गतिविधियों द्वारा तनाव कम करने के सरल उपाय बताये I दूसरे सत्र के दौरान दीदी मधु ने तनाव की मनोवेज्ञानिक व्याख्या क्र तनाव को दूर करने के अन्य उपाय बताये तथा प्रतिभागियों के साथ परस्पर वार्ता कर उनके संदेहों का निवारण किया I सत्र के अंत में सभी ने प्रसाद ग्रहण किया और वरदान कक्ष में स्वादिष्ट भोजन ग्रहण किया I उसके उपरान्त सभी ने विद्यालय की ओर प्रस्थान किया I